मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रही आशा वर्करों को पुलिस ने रोका, गुस्साई आशा वर्करों ने भावदीन टोल प्लाजा पर लगाया जाम
- By Vinod --
- Saturday, 03 Aug, 2024
Police stopped Asha workers who were going to surround the Chief Minister's residence
Police stopped Asha workers who were going to surround the Chief Minister's residence- सिरसा (राजेन्द्र कुमार)। करनाल में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रही आशा वर्करों को पुलिस ने भावदीन टोल प्लाजा पर रोक लिया। इससे आशा वर्कर भडक़ गई और उन्होंने टोल प्लाजा पर धरना प्रदर्शन कर जाम लगा दिया। जाम लगने से टोल प्लाजा पर वाहनों की लंबी कतार लग गई।
धरने पर बैठी सैकड़ों आशा वर्करों ने धरना देकर मुख्यमंत्री नायब सैनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आशा वर्करों ने इंकलाब जिंदाबाद,हरियाणा सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान आशा वर्करों व पुलिस अधिकारी के बीच में जमकर बहसबाजी भी हुई। आशा वर्करों ने पुलिस अधिकारी से कहा कि आप लोगों ने जबरन आशा वर्करों को रोककर उन्हें प्रदर्शन व जाम लगाने पर मजबूर किया है। करीब 45 मिनट बाद आशा वर्करों ने जाम खोल दिया। इसके बाद सैकड़ों आशा वर्कर करनाल की ओर रवाना हो गई।
आशा वर्कर यूनियन की जिला सचिव प्रिंकी ने बताया कि पुलिस ने रात को ही आशा वर्करों को नजरबंद कर दिया था। देर रात 3 बजे उसे उसके घर पहुंच गई थी। इसके बाद सुबह 6 बजे आशा वर्कर करनाल जाने लगी तो पुलिस ने उन्हें भावदीन टोल प्लाजा पर रोक दिया। इसकी सूचना मिलते ही सैकड़ों आशा वर्कर टोल प्लाजा पहुंच गई और पुलिस द्वारा जबरन रोके जाने का विरोध करते हुए टोल प्लाजा पर जाम लगा दिया।
जिला सचिव पिंकी का कहना है कि 11 बजे भावदीन टोल प्लाजा से रवाना होकर तीन बजे सिरसा की आशा वर्कर करनाल पहुंची। पिंकी का कहना है कि सिरसा पुलिस द्वारा आशा वर्कर यूनियर लीडरों को देर रात नजरबंद करना व उन्हें करनाल जाने से रोकना बिलकुल भी जायज नहीं था। बीजेपी सरकार आशा वर्करों के आंदोलन को पुलिस के बल पर दबाना चाहती है।
ये हैं आशा वर्करों की प्रमुख मांगें
आशा वर्करों की मांग है कि उनका मासिक वेतन 4 हजार से बढ़ाकर 26 हजार रुपये किया जाए। आशा वर्कर को योग्यता के आधार पर पदोन्नति और सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा में पांच नंबर की छूट दी जाए,आशा पे-एप और गाइडलाइन में सुधार करते हुए दूसरे जिले में होने वाली डिलीवरी का लाभ तुरंत दिलवाया जाए,आशा वर्कर के डेथ क्लेम को बढ़ाने समेत उनके लिए बैंक लोन और कुछ अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जाए। इसके अलावा आशा की रिटायरमेंट आयु 65 वर्ष की जाए,आशा फैसिलिटेटर विजिट की प्रोत्साहन राशि बढ़ाई जाए और रिपोर्टिंग की प्रोत्साहन राशि दी जाए व आशाओं के ड्रेस के पैसे बढ़ाए जाएं और धुलाई भत्ता भी दिया जाए।